बच्चों में संगीत के संस्कार

क्या छोटे-छोटे बच्चों के लिए कुछ ऐसे दिलचस्प उदाहरण तैयार किए जा सकते हैं, जिनसे उन्हें शास्त्रीय संगीत से जोड़ने में आसानी रहे? मसलन, हमारे-आपके घर में चार-पांच साल की उम्र में हर बच्चा छोटा भीम कार्टून-शो देखता है। क्या हम उसको बता सकते हैं कि हमारे देश में एक बड़ा भीम भी रहे हैं? पंडित भीमसेन जोशी, जिन्हें भारत रत्न मिला था। क्या हम बच्चों को बता सकते हैं कि एमएस का मतलब सिर्फ महेंद्र सिंह धौनी नहीं होता, एम एस सुब्बुलक्ष्मी भी होता है, जिन्हें भारत रत्न मिला था? क्यों न हम बच्चों को यह बताएं कि किंग खान का मतलब सिर्फ आमिर खान, शाहरुख खान या बल्कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भी होता है। जरा सोचिए, हमारे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न है, जो न तो आमिर को मिला है, न शाहरुख को, और न सलमान को… फिर किंग खान बिस्मिल्लाह खान क्यों न हों? लोकप्रियता व शास्त्रीयता की लड़ाई में पड़े बिना सोचिए. इतना बताते ही आपका बच्चा भीमसेन जोशी, एम एस सुब्बुलक्ष्मी और बिस्मिल्लाह खान के बारे में पूछेगा तो… तब आपको वह मौका मिलेगा, जब आप उसमें संस्कार डाल सकते हैं। हम जब शोले के जय-वीरू की जोड़ी की चर्चा करते हैं, तो क्यों नहीं लगे हाथ इस बात

एमएस का मतलब सिर्फ महेंद्र सिंह धौनी नहीं होता, एमएस सलमान खान नहीं होता, सुब्बुलक्ष्मी भी होता है?

पर भी चर्चा करें कि राजन-साजन मिश्र की जोड़ी असल जिंदगी में 50 साल से एक साथ गा रही है? आप इन बातों को आजमाकर देखिए, बच्चों में भी शास्त्रीय संगीत के बारे में जानने की भूख पैदा होगी ।

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